जब निवेश और संपत्ति बढ़ाने की बात आती है तो कई विकल्प मौजूद होते हैं। सोना, इक्विटी, रियल एस्टेट, फ़िक्स्ड डिपॉज़िट आदि। इनमें से म्यूचुअल फंड निवेशकों के बीच लोकप्रिय विकल्प है। पिछले कुछ सालों से इंडेक्स फंड या म्यूचुअल फंड की लोकप्रियता भी बढ़ी है परंतु अभी भी बहुत बड़ी संख्या में लोग दोनों के बीच का अंतर नहीं जानते और सही विकल्प नहीं चुन पाते। इसी कारण, इस गाइड में इन दोनों के बीच के अंतर को समझाया गया है, ताकि आप सही निर्णय ले पाएँ।
इंडेक्स म्यूचुअल फंड क्या है ?
इंडेक्स फंड भी एक तरह का म्युचूअल फंड ही है परंतु यह बाज़ार के इंडेक्स की स्थिति के अनुसार निवेशकों को रिटर्न प्रदान करता है। इसमें स्टॉक्स, बॉन्ड आदि के अनुपात के अनुसार इंडेक्स के प्रदर्शन को दोहराया जाता है।
इसमें निवेश करने के लिए आपको स्टॉक्स की बहुत जानकारी होना आवश्यक नहीं है, आप बस इंडेक्स को समझ कर अपने लिए सही फंड चुन सकते हैं।
म्यूचुअल फंड क्या है ?
म्युचूअल फंड निवेश का एक ऐसा माध्यम होता है जिसमें कि निवेशकों के पैसे अलग-अलग प्रतिभूतियाँ जैसे की स्टॉक्स, बॉन्ड, आदि के पोर्टफोलियो में निवेश किए जाते हैं। म्युचूअल फंड में रिटर्न की संभावना इंडेक्स फंड से अधिक होती है।
इंडेक्स फंड VS म्यूचुअल फंड की विशेषताएं
इंडेक्स फंड और म्यूचुअल फंड दोनों में ही निवेशक अपना धन ग्रो करने के लिए निवेश करते हैं पर इन दोनों की अपनी कुछ विशेषताएँ हैं जिस कारण अलग-अलग परिस्थिति में लोग इनका चयन करते हैं। इनकी विशेषताएँ नीचे बताई गई हैं:
म्यूचुअल फंड
इंडेक्स फंड
म्यूचुअल फंड का लक्ष्य होता है के जब मार्केट मज़बूत हो तो बाकी रिटर्न से ज़्यादा मुनाफ़ा कमाकर निवेशकों को देना।
इंडेक्स फंड में निवेशकों को बाज़ार की स्थिति के हिसाब से ही इंडेक्स के पोर्टफ़ोलिओ पर रिटर्न मिलता है।
म्यूचुअल फंड में निवेश करने में जोखिम होता है। उनका रिटर्न मार्केट की स्थिति के साथ उनके प्रबंधन पर भी निर्भर करता है।
इंडेक्स फंड में जोखिम म्यूचुअल फंड से कम होता है क्योंकि इंडेक्स फंड में किसी एक सेक्टर या स्टॉक में आए उतार चढ़ाव का प्रभाव पूरे इंडेक्स पर नहीं पड़ता है।
म्यूचुअल फंड में आपको फ़्लेक्सिबिलिटी मिलती है। इसमें फंड मैनेजर बाज़ार की स्थिति के हिसाब से सक्रिय होकर बदलाव कर सकता है।
निवेशक को इंडेक्स फंड में निष्क्रिय प्रबंधन के कारण फ़्लेक्सिबिलिटी नहीं मिलती है।
इंडेक्स फंड VS म्यूचुअल फंड विविधीकरण
इंडेक्स फंड और म्यूचुअल फंड के बीच में अंतर नीचे दिए टेबल में बताया गया है:
म्यूचुअल फंड
इंडेक्स फंड
म्यूचुअल फंड में विभिन्न स्टॉक्स और बॉन्ड में निवेश किए जाते हैं।
इंडेक्स फंड में निवश इंडेक्स पर किया जाता है जो कि मार्केट की दशा के अनुसार चलता है।
फंड मैनेजर द्वारा ऐक्टिवली मैनेज किए जाते हैं यानि कि इनका प्रबंधन सक्रिय होता है
इसमें प्रबंधन निष्क्रिय होता है क्योंकि ऐक्टिव मैनेजमेंट की ज़रूरत कम होती है।
इसके प्रबंधन के लिए फंड मैनेजर की आवश्यकता होने के कारण, रिसर्च और बाकी चीजों के कारण इसमें एक्सपेंस रेश्यो ज़्यादा हो सकती है। इसमें एक्सपेंस रेश्यो 2% से अधिक जा सकती है।
इनकी एक्सपेंस रेश्यो कम होती है इसीलिए इन्हें किफ़ायती माना जाता है। इसमें एक्सपेंस रेश्यो 0 से 2% तक रहती है।
इसमें रिटर्न्स अधिक मिलते हैं।
इसके रिटर्न्स मार्केट पर निर्भर हैं पर म्युचूअल फंड की तुलना में कम होते हैं।
इसमें निवेश के लिए रिसर्च की आवश्यकता होती है।
क्योंकि इंडेक्स फंड सीधा इंडेक्स के प्रदर्शन से ही मिलता है, इसीलिए इसमें निवेश करने के लिए आप इंडेक्स फंड चुनने का निर्णय आसानी से ले सकते हैं।
इंडेक्स फंड VS म्यूचुअल फंड जोखिम का स्तर
म्यूचुअल फंड में जोखिम का स्तर हमेशा ही इंडेक्स फंड से अधिक रहता है। इसका कारण है बाज़ार की स्थिति और किसी-किसी परिस्थिति में अचानक किसी स्टॉक या बॉन्ड में आया उतार चढ़ाव जिसकी वजह से उस फंड पर भी असर पड़ता है।
वहीं दूसरी ओर, इंडेक्स फंड में जोखिम कम इसीलिए होता है क्योंकि एक इंडेक्स में बॉन्ड और स्टॉक्स के विविध पोर्टफोलिओ होते हैं, तो कभी किसी कारण कोई एक स्टॉक या सेक्टर में हलचल होने पर भी पूरे इंडेक्स पर उतना असर नहीं पड़ता।
एक निवेशक के तौर पर म्यूचुअल फंड या इंडेक्स फंड चुनने से पहले अपनी आर्थिक स्थिति, अपने वित्तीय लक्ष्य को समझना चाहिए ताकि आप सही चयन कर आर्थिक तौर पर सुरक्षित रहें।
जब निवेश और संपत्ति बढ़ाने की बात आती है तो कई विकल्प मौजूद होते हैं। सोना, इक्विटी, रियल एस्टेट, फ़िक्स्ड डिपॉज़िट आदि। इनमें से म्यूचुअल फंड निवेशकों के बीच लोकप्रिय विकल्प है। पिछले कुछ सालों से इंडेक्स फंड या म्यूचुअल फंड की लोकप्रियता भी बढ़ी है परंतु अभी भी बहुत बड़ी संख्या में लोग दोनों के बीच का अंतर नहीं जानते और सही विकल्प नहीं चुन पाते। इसी कारण, इस गाइड में इन दोनों के बीच के अंतर को समझाया गया है, ताकि आप सही निर्णय ले पाएँ।
इंडेक्स म्यूचुअल फंड क्या है ?
इंडेक्स फंड भी एक तरह का म्युचूअल फंड ही है परंतु यह बाज़ार के इंडेक्स की स्थिति के अनुसार निवेशकों को रिटर्न प्रदान करता है। इसमें स्टॉक्स, बॉन्ड आदि के अनुपात के अनुसार इंडेक्स के प्रदर्शन को दोहराया जाता है।
इसमें निवेश करने के लिए आपको स्टॉक्स की बहुत जानकारी होना आवश्यक नहीं है, आप बस इंडेक्स को समझ कर अपने लिए सही फंड चुन सकते हैं।
म्यूचुअल फंड क्या है ?
म्युचूअल फंड निवेश का एक ऐसा माध्यम होता है जिसमें कि निवेशकों के पैसे अलग-अलग प्रतिभूतियाँ जैसे की स्टॉक्स, बॉन्ड, आदि के पोर्टफोलियो में निवेश किए जाते हैं। म्युचूअल फंड में रिटर्न की संभावना इंडेक्स फंड से अधिक होती है।
इंडेक्स फंड VS म्यूचुअल फंड की विशेषताएं
इंडेक्स फंड और म्यूचुअल फंड दोनों में ही निवेशक अपना धन ग्रो करने के लिए निवेश करते हैं पर इन दोनों की अपनी कुछ विशेषताएँ हैं जिस कारण अलग-अलग परिस्थिति में लोग इनका चयन करते हैं। इनकी विशेषताएँ नीचे बताई गई हैं:
इंडेक्स फंड VS म्यूचुअल फंड विविधीकरण
इंडेक्स फंड और म्यूचुअल फंड के बीच में अंतर नीचे दिए टेबल में बताया गया है:
इंडेक्स फंड VS म्यूचुअल फंड जोखिम का स्तर
म्यूचुअल फंड में जोखिम का स्तर हमेशा ही इंडेक्स फंड से अधिक रहता है। इसका कारण है बाज़ार की स्थिति और किसी-किसी परिस्थिति में अचानक किसी स्टॉक या बॉन्ड में आया उतार चढ़ाव जिसकी वजह से उस फंड पर भी असर पड़ता है।
वहीं दूसरी ओर, इंडेक्स फंड में जोखिम कम इसीलिए होता है क्योंकि एक इंडेक्स में बॉन्ड और स्टॉक्स के विविध पोर्टफोलिओ होते हैं, तो कभी किसी कारण कोई एक स्टॉक या सेक्टर में हलचल होने पर भी पूरे इंडेक्स पर उतना असर नहीं पड़ता।
एक निवेशक के तौर पर म्यूचुअल फंड या इंडेक्स फंड चुनने से पहले अपनी आर्थिक स्थिति, अपने वित्तीय लक्ष्य को समझना चाहिए ताकि आप सही चयन कर आर्थिक तौर पर सुरक्षित रहें।
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