एनपीएस (NPS) में ऑनलाइन निवेश कैसे करें ?
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परिचय

अगर आप रिटायरमेंट की प्लानिंग कर रहे हैं और सुदृढ़ रिटायरमेंट फ़ंड बनाना चाहते हैं, तो आपके लिए राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह न केवल आपके भविष्य को आर्थिक तौर पर मज़बूती प्रदान करता है बल्कि एनपीएस में निवेश करने पर आपको आयकर अधिनियम के तहत कटौती का फ़ायदा भी मिलता है। यानी आप एक साथ टैक्स बचाते हैं और रिटायरमेंट के लिए फ़ंड भी जमा करते हैं। भारतीय प्रतिभूति और विनियम बोर्ड (सेबी) द्वारा विनियमित इस योजना को पेंशन फ़ंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीएफआरडीए) मैनेज करती है। अगर आपकी उम्र 18 से 70 साल के बीच है, तो आप इस योजना में निवेश कर सकते हैं। हाल के बदलावों ने एनपीएस को पहले से कहीं ज्यादा निवेशकों के लिए फ़ायदेमंद बना दिया है।

आइए जानते हैं कि हम एनपीएस में निवेश कैसे कर सकते हैं और कैसे अच्छा रिटायरमेंट फ़ंड बना सकते हैं। बस इतना ही नहीं, यह भी जानते हैं कि कैसे सरकारी और ग़ैर-सरकारी दोनों क्षेत्रों के कर्मचारी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।

एनपीएस खातों के प्रकार क्या हैं?

एनपीएस में निवेश करने से पहले, आपको यह जानना ज़रूरी है कि इसमें दो तरह के खाते होते हैं - टियर I और टियर II

  • टियर I एनपीएस खाता: यह आपका मुख्य रिटायरमेंट खाता है। इसी खाते में आप निवेश करके अपने बुढ़ापे के लिए धन जमा करते हैं। टियर I खाता खोलने पर आपको एक 12 अंकों का परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर (पीआरएएन) मिलता है। इस खाते में न्यूनतम रु. 500 जमा किया जा सकता है और इसमें जमा की गई राशि आप 60 साल की उम्र तक निकाल नहीं सकते। 60 साल बाद, आप जमा की गई रकम का 60% लम्पसम निकाल सकते हैं। इन्वेस्टमेंट पर आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80सीससीडी के तहत कर छूट मिलती है।
  • टियर II एनपीएस खाता: यह एक स्वैच्छिक बचत खाता है। इसे खोलने के लिए पहले आपका टियर I खाता होना ज़रूरी है। इसमें न्यूनतम रु.1000 जमा किया जा सकता है और उसके बाद आप अपनी इच्छानुसार राशि जमा कर सकते हैं। हालांकि, टियर II खाते में जमा की गई राशि पर आपको कोई टैक्स छूट नहीं मिलती है।

एनपीएस में निवेश के लिए कौन पात्र है?

आप चाहे सरकारी नौकरी करते हों या प्राइवेट सेक्टर में हों, 18 से 70 साल की उम्र के बीच कोई भी भारतीय नागरिक एनपीएस में निवेश कर सकता है।

नेशनल पेंशन सिस्टम से टैक्स लाभ क्या है?

अपने सुनहरे भविष्य की तैयारी के लिए एनपीएस आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यह सरकारी योजना आपको रिटायरमेंट के लिए पेंशन जमा करने में मदद करती है। एनपीएस में निवेश करने पर आपको कई टैक्स लाभ मिलते हैं, साथ ही और भी फ़ायदे हैं:

  • कर बचत: आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत आप हर साल रु.1.5 लाख तक के निवेश पर टैक्स कटौती का दावा कर सकते हैं।
  • आकर्षक रिटर्न: बाज़ार से जुड़े रिटर्न के साथ अपने निवेश को बढ़ाएं।
  • लिक्विडिटी: आप अपनी पसंद का फ़ंड मैनेजर चुन सकते हैं और निवेश मोड (ऑटो या ऐक्टिव) को भी नियंत्रित कर सकते हैं।
  • पारदर्शिता: एनपीएस में आपके निवेश पूरी तरह पारदर्शी होते हैं।

एनपीएस में ऑनलाइन निवेश करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ क्या हैं?

एनपीएस खाता खोलने और रिटायरमेंट के लिए निवेश करने के लिए तैयार हैं, तो आप ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ों को पूरा कर सकते हैं:

  • आधार कार्ड
  • इंटरनेट बैंकिंग जानकारी
  • पासपोर्ट साइज़ फोटो
  • हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी
  • पैन कार्ड

एनपीएस में ऑनलाइन निवेश कैसे करें?

कोटक महिंद्रा बैंक राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) के साथ अपने सुनहरे भविष्य की नींव रखने के लिए आज ही एनपीएस ऑनलाइन खाता खोलने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फ़ॉलो करें:

  • स्टेप 1: सबसे पहले, आप ईएनपीएस वेबसाइट पर जाएं और रजिस्ट्रेशन सेक्शन में जाएं।
  • स्टेप 2: मांगी गई सभी जानकारी दर्ज़ करें और ओटीपी के जरिए वैरिफ़ाई करें।
  • स्टेप 3: खाता प्रकार में, "टियर I" चुनें। ध्यान दें कि टियर II खाता खोलने के लिए पहले टियर I खाता होना ज़रूरी है।
  • स्टेप 4: अपनी पसंद के फ़ंड मैनेजर को चुनें। कोटक महिंद्रा बैंक सहित कई विकल्प मौजूद हैं।
  • स्टेप 5: निवेश का तरीका चुनें (ऑटो या एक्टिव)। ऑटो मोड उम्र के हिसाब से आपके पोर्टफ़ोलियो को संभालता है, जबकि एक्टिव मोड में आप खुद एसेट चुन सकते हैं।
  • स्टेप 6: नॉमिनी की जानकारी और उनका हिस्सा भरें।
  • स्टेप 7: मांगे गए दस्तावेज़ों को स्कैन करके अपलोड करें।
  • स्टेप 8: न्यूनतम रु. 500 की शुरूआती रकम जमा करें और रजिस्ट्रेशन पूरा करें।
  • स्टेप 9: सफल रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक स्थायी रिटायरमेंट खाता संख्या (पीआरएएन) मिलेगा। इसे संभाल कर रखें।

निष्कर्ष

एनपीएस में निवेश करने के बाद भी आप अपनी बचत में लिक्विडिटी बनाए रख सकते हैं। आप साल में दो बार अपने फ़ंड मैनेजर को बदल सकते हैं। साथ ही, एक साल में दो बार निवेश का तरीका (ऑटो या एक्टिव) चुन सकते हैं। कम उम्र में एनपीएस में निवेश शुरू करने से आप रिटायरमेंट के लिए अच्छी खासी रकम जमा कर सकते हैं। इससे आपका बुढ़ापा आराम से और बिना किसी चिंता के कटेगा। कोटक महिंद्रा बैंक नेशनल पेंशन स्कीम के साथ आप सुनिश्चित और व्यवस्थित तरीके से अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग कर सकते हैं।

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