एनपीएस एक सरकारी योजना है जो आपको रिटायरमेंट के लिए पैसे बचाने और टैक्स में छूट दिलाने में मदद करती है। इसे पेंशन फ़ंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीएफआरडीए) देखती है। एनपीएस में दो तरह के खाते टियर 1 और टियर 2 हैं। टियर 1 रिटायरमेंट के लिए ख़ास है और इसमें टैक्स छूट मिलती है। टियर 2 एक सामान्य बचत खाता है जो ज़्यादा फ़्लेक्सिबल होता है। दोनों खातों में निवेश के विकल्प, जैसे शेयर, सरकारी बॉन्ड वगैरह, मिलते हैं। टियर 1 में पैसा निकालना मुश्किल है, लेकिन टियर 2 में आसानी से निकाल सकते हैं।
एनपीएस एकाउंट्स के प्रकार
राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक स्वैच्छिक पेंशन योजना है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। आइए जानते हैं कि एनपीएस में दो मुख्य प्रकार क्या है:
टियर 1 खाता : टियर 1 खाता एनपीएस का मूल खाता है और इसे रिटायरमेंट के लिए दीर्घकालिक निवेश के रूप में देखा जाता है। इस खाते में जमा की गई राशि को आमतौर पर रिटायरमेंट तक के लिए लॉक कर दिया जाता है। इस खाते में जमा की गई राशि को सामान्य परिस्थितियों में रिटायरमेंट तक नहीं निकाला जा सकता है। हालाँकि, कुछ विशेष परिस्थितियों जैसे गंभीर बीमारी, घर ख़रीदना, बच्चों की शिक्षा या शादी, या स्टार्टअप में निवेश के लिए आप पैसे निकाल सकते हैं। सरकार इस खाते में जमा की गई राशि पर आयकर छूट देती है, जिससे यह एक आकर्षक टैक्स बचत विकल्प बन जाता है। रिटायरमेंट के वक़्त, आप इस खाते में जमा राशि का 60% हिस्सा लम्पसम निकाल सकते हैं और शेष 40% से एक पेंशन ख़रीद सकते हैं।
टियर 2 खाता : टियर 2 खाता टियर 1 खाते का एक पूरक है। यह एक ज़्यादा फ़्लेक्सिबल विकल्प है, जिसका इस्तेमाल आप अपनी छोटी अवधि की बचत के लिए कर सकते हैं। आप इस खाते में जब चाहें पैसे जमा कर सकते हैं और निकाल सकते हैं। इस खाते में कोई लॉक-इन अवधि नहीं होती है और आप इस खाते में कम राशि से भी शुरुआत कर सकते हैं। इस खाते में जमा की गई राशि पर कोई टैक्स छूट नहीं मिलती है।
टियर 1 और टियर 2 एनपीएस खातों के बीच समानताएं
आइए जानते हैं कि एनपीएस टियर 1 और टियर 2 खातों में क्या समानताएं हैं:
विशेषता
विवरण
शुल्क
दोनों खातों में फ़ंड मैनेजमेंट चार्ज़ और अन्य शुल्क होते हैं।
निवेश विकल्प
दोनों खातों में इक्विटी, सरकारी प्रतिभूतियां और कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश किया जा सकता है।
पोर्टिंग सुविधा
आप किसी भी खाते से फ़ंड विकल्प और पीएफ़एम को आसानी से बदल सकते हैं।
पीओपी चार्ज़
पीओपी चार्ज़ दोनों खातों में समान होता है।
एनपीएस टियर 1 और टियर 2 में निवेश के फ़ायदे क्या है ?
एनपीएस यानी राष्ट्रीय पेंशन योजना में दो प्रकार के खाते होते हैं - टियर 1 और टियर 2। आइए जानते हैं कि एनपीएस के दोनों खातों के अपने-अपने क्या फ़ायदे हैं:
फ़ायदे
विवरण
कर बचत
टियर 1 खाते में निवेश पर आयकर में छूट मिलती है, जिससे आपकी कुल टैक्स देनदारी कम हो सकती है।
लंबी अवधि की बचत
टियर 1 खाते में निवेश से आप रिटायरमेंट के लिए लंबी अवधि की बचत कर सकते हैं।
पेंशन सुरक्षा
एनपीएस आपको रिटायरमेंट के बाद नियमित पेंशन आय प्रदान करता है।
विविध निवेश विकल्प
आप इक्विटी, सरकारी प्रतिभूतियां और कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं।
सरकारी समर्थन
एनपीएस सरकार द्वारा समर्थित है, जिससे निवेशकों को सुरक्षा की भावना मिलती है।
फ़्लेक्सिबिलिटी
टियर 2 खाते में आप अपनी ज़रुरत के अनुसार पैसे जमा कर सकते हैं और निकाल सकते हैं।
पोर्टेबिलिटी
आप एक पेंशन फ़ंड मैनेजर से दूसरे पेंशन फ़ंड मैनेजर में आसानी से अपना खाता ट्रांसफ़र कर सकते हैं।
एनपीएस के तहत टियर 1 और टियर 2 दो तरह के खाते हैं। इनमें से कौन सा आपके लिए बेहतर है, यह आपके वित्तीय लक्ष्यों पर निर्भर करता है। अगर आप रिटायरमेंट की लंबी अवधि के लिए बचत कर रहे हैं और टैक्स फ़ायदे चाहते हैं, तो टियर 1 आपके लिए उपयुक्त है। लेकिन अगर आपको ज़्यादा फ़्लेक्सिबिलिटी चाहिए और आप कम अवधि के लिए पैसे रखना चाहते हैं, तो टियर 2 आपके लिए बेहतर हो सकता है, क्योंकि टियर 2 खाता बिना किसी शर्त के किसी भी वक़्त निकासी की अनुमति देता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
● एनपीएस में पेंशन कैसे मिलती है ?
एनपीएस में आप रिटायरमेंट के वक़्त अपने खाते से लम्पसम राशि निकाल सकते हैं और बाकी रकम से पेंशन ख़रीद सकते हैं। यह पेंशन आपको ज़िंदगी भर मिलती रहेगी।
● पेंशन योजना कितने प्रकार की होती है ?
पेंशन योजनाएं कई प्रकार की होती हैं, जैसे कि सरकारी कर्मचारी पेंशन योजना, निजी कंपनियों की पेंशन योजनाएं और स्वैच्छिक पेंशन योजनाएं जैसे एनपीएस।
● नेशनल पेंशन सिस्टम का मतलब क्या होता है ?
नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) एक स्वैच्छिक पेंशन योजना है जो सरकार द्वारा शुरू की गई है। इसमें आप रिटायरमेंट के लिए पैसे जमा करते हैं और बाद में पेंशन के रूप में प्राप्त करते हैं।
भारत सरकार की राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में टियर 1 और टियर 2 के बीच अंतर को समझें। निवेश, लाभ, और टैक्स से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी यहाँ देखें।
परिचय
एनपीएस एक सरकारी योजना है जो आपको रिटायरमेंट के लिए पैसे बचाने और टैक्स में छूट दिलाने में मदद करती है। इसे पेंशन फ़ंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीएफआरडीए) देखती है। एनपीएस में दो तरह के खाते टियर 1 और टियर 2 हैं। टियर 1 रिटायरमेंट के लिए ख़ास है और इसमें टैक्स छूट मिलती है। टियर 2 एक सामान्य बचत खाता है जो ज़्यादा फ़्लेक्सिबल होता है। दोनों खातों में निवेश के विकल्प, जैसे शेयर, सरकारी बॉन्ड वगैरह, मिलते हैं। टियर 1 में पैसा निकालना मुश्किल है, लेकिन टियर 2 में आसानी से निकाल सकते हैं।
एनपीएस एकाउंट्स के प्रकार
राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक स्वैच्छिक पेंशन योजना है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। आइए जानते हैं कि एनपीएस में दो मुख्य प्रकार क्या है:
टियर 1 और टियर 2 एनपीएस खातों के बीच समानताएं
आइए जानते हैं कि एनपीएस टियर 1 और टियर 2 खातों में क्या समानताएं हैं:
विशेषता
विवरण
शुल्क
दोनों खातों में फ़ंड मैनेजमेंट चार्ज़ और अन्य शुल्क होते हैं।
निवेश विकल्प
दोनों खातों में इक्विटी, सरकारी प्रतिभूतियां और कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश किया जा सकता है।
पोर्टिंग सुविधा
आप किसी भी खाते से फ़ंड विकल्प और पीएफ़एम को आसानी से बदल सकते हैं।
पीओपी चार्ज़
पीओपी चार्ज़ दोनों खातों में समान होता है।
एनपीएस टियर 1 और टियर 2 में निवेश के फ़ायदे क्या है ?
एनपीएस यानी राष्ट्रीय पेंशन योजना में दो प्रकार के खाते होते हैं - टियर 1 और टियर 2। आइए जानते हैं कि एनपीएस के दोनों खातों के अपने-अपने क्या फ़ायदे हैं:
फ़ायदे
विवरण
कर बचत
टियर 1 खाते में निवेश पर आयकर में छूट मिलती है, जिससे आपकी कुल टैक्स देनदारी कम हो सकती है।
लंबी अवधि की बचत
टियर 1 खाते में निवेश से आप रिटायरमेंट के लिए लंबी अवधि की बचत कर सकते हैं।
पेंशन सुरक्षा
एनपीएस आपको रिटायरमेंट के बाद नियमित पेंशन आय प्रदान करता है।
विविध निवेश विकल्प
आप इक्विटी, सरकारी प्रतिभूतियां और कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं।
सरकारी समर्थन
एनपीएस सरकार द्वारा समर्थित है, जिससे निवेशकों को सुरक्षा की भावना मिलती है।
फ़्लेक्सिबिलिटी
टियर 2 खाते में आप अपनी ज़रुरत के अनुसार पैसे जमा कर सकते हैं और निकाल सकते हैं।
पोर्टेबिलिटी
आप एक पेंशन फ़ंड मैनेजर से दूसरे पेंशन फ़ंड मैनेजर में आसानी से अपना खाता ट्रांसफ़र कर सकते हैं।
एनपीएस टियर 1 बनाम एनपीएस टियर 2 – आपको कौन सा चुनना चाहिए ?
एनपीएस के तहत टियर 1 और टियर 2 दो तरह के खाते हैं। इनमें से कौन सा आपके लिए बेहतर है, यह आपके वित्तीय लक्ष्यों पर निर्भर करता है। अगर आप रिटायरमेंट की लंबी अवधि के लिए बचत कर रहे हैं और टैक्स फ़ायदे चाहते हैं, तो टियर 1 आपके लिए उपयुक्त है। लेकिन अगर आपको ज़्यादा फ़्लेक्सिबिलिटी चाहिए और आप कम अवधि के लिए पैसे रखना चाहते हैं, तो टियर 2 आपके लिए बेहतर हो सकता है, क्योंकि टियर 2 खाता बिना किसी शर्त के किसी भी वक़्त निकासी की अनुमति देता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
● एनपीएस में पेंशन कैसे मिलती है ?
एनपीएस में आप रिटायरमेंट के वक़्त अपने खाते से लम्पसम राशि निकाल सकते हैं और बाकी रकम से पेंशन ख़रीद सकते हैं। यह पेंशन आपको ज़िंदगी भर मिलती रहेगी।
● पेंशन योजना कितने प्रकार की होती है ?
पेंशन योजनाएं कई प्रकार की होती हैं, जैसे कि सरकारी कर्मचारी पेंशन योजना, निजी कंपनियों की पेंशन योजनाएं और स्वैच्छिक पेंशन योजनाएं जैसे एनपीएस।
● नेशनल पेंशन सिस्टम का मतलब क्या होता है ?
नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) एक स्वैच्छिक पेंशन योजना है जो सरकार द्वारा शुरू की गई है। इसमें आप रिटायरमेंट के लिए पैसे जमा करते हैं और बाद में पेंशन के रूप में प्राप्त करते हैं।
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